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Chorus
यीशु है मेरा मुक्तिधाम,
उसमें मैं पाता पुरा विश्राम
आए विपत्ति, चाहे तूफांन,
उसमे मै पाता शरणस्थान….2.
Verse1
पापों की लहरों से घिरा हुआ था,
न कोई मंजिल और न किनारा,
वह आया बनकर मेरा सहारा,
पापों की लहरों से मुझे उबारा।
Verse2
जीवन था मेरा पाप की खाई,
सम्पूर्ण निराशा राहें अंधेरी….2.
क्रुसकी ओर जब दृष्टी उठाई,
किरण जीवन की हृदय मे आई।
Verse3
अब कोई डर नही और न निराशा,
यीशु ही केवल धन्य आशा
शिघ्र वह आए लेने मुझे,
ये ही है दिल की अभीलाषा ।
These known chords are used in this song.